तुझे सोचने को ये दिल तैयार रहता है
जो कुछ भी करे टू तुझसे प्यार रहता है
जहाँ खड़ी राहें मेरी देखा करती थी
वहाँ पर अब इक तन्हा किवाड़ रहता है
तूने भी छत पर आना छोड दिया है
और चाँद भी आजकल बीमार रहता है
वेस्ल भी नही रहा हिज़र भी चाल गया
फिर क्यों आँखों में ये खुमार रहता है
अँगुलियन उठेंगी बदनामी भी लाज़मी
उठी अंगुलियों पर कब इख्तेयार रहता है
तू भी दिल-ए-मासूम तोड़ नही सकती
कहते हैं यहाँ पर नाफनी प्यार रहता है
जो कुछ भी करे टू तुझसे प्यार रहता है
जहाँ खड़ी राहें मेरी देखा करती थी
वहाँ पर अब इक तन्हा किवाड़ रहता है
तूने भी छत पर आना छोड दिया है
और चाँद भी आजकल बीमार रहता है
वेस्ल भी नही रहा हिज़र भी चाल गया
फिर क्यों आँखों में ये खुमार रहता है
अँगुलियन उठेंगी बदनामी भी लाज़मी
उठी अंगुलियों पर कब इख्तेयार रहता है
तू भी दिल-ए-मासूम तोड़ नही सकती
कहते हैं यहाँ पर नाफनी प्यार रहता है
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