हर वक्त तेरी याद सताये है मुझे,देखु
जब भी चान्द को ,तेरी याद आये है मुझे,
परवाने की हर सान्स मे तो महकती है शमा मगर
जब जलती है शमा तो तेरी याद आये है मुझे
हर गुजरते लम्हे हुये लम्हे से बस तेरी ही याद आती है ,
पल पल हर पल,दिवाना दिवाना सा होने लगा हू मै
न जाने कब तु आये,मेरे कानो मे आ कर गुनगुनाये,
उल्फतो ने तेरी चलाया कुछ जादू इस तरह मुझ पे
कि खुद से भी अजनबी अजनबी रह्ने लगा हु,
यु तो कहते है लोग चान्द बिन चान्द्नी रात होती नही,
तेरी मासूम बातो बिन तो मेरी कोई रात कटती नही
क्यु तेरे प्यार ने मजबूर किया हमे इस कदर,
तुझे बिन देखे तो मेरी कोई सुबह शाम होती नही,
जब भी चान्द को ,तेरी याद आये है मुझे,
परवाने की हर सान्स मे तो महकती है शमा मगर
जब जलती है शमा तो तेरी याद आये है मुझे
हर गुजरते लम्हे हुये लम्हे से बस तेरी ही याद आती है ,
पल पल हर पल,दिवाना दिवाना सा होने लगा हू मै
न जाने कब तु आये,मेरे कानो मे आ कर गुनगुनाये,
उल्फतो ने तेरी चलाया कुछ जादू इस तरह मुझ पे
कि खुद से भी अजनबी अजनबी रह्ने लगा हु,
यु तो कहते है लोग चान्द बिन चान्द्नी रात होती नही,
तेरी मासूम बातो बिन तो मेरी कोई रात कटती नही
क्यु तेरे प्यार ने मजबूर किया हमे इस कदर,
तुझे बिन देखे तो मेरी कोई सुबह शाम होती नही,
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