गैरों को गले लगा के वो बोले, तू है कसूरवार इस रिश्ते की..
तू है गुनाहगार मेरे दुखों की, कौन चाह्ता है
अपने प्यार को खो देना,
क्या यही सज़ा मिलती है किसी को वफा करने की..
तू है गुनाहगार मेरे दुखों की, कौन चाह्ता है
अपने प्यार को खो देना,
क्या यही सज़ा मिलती है किसी को वफा करने की..
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